हम बज्जिका बोल रहलियो हं...
हम्मर पहचान हम्मर बहीन मैथली आउर भोजपुरी से होई छई। हिन्दी के लोकभाषा के दर्जा मिलल हौ हमरा।
बिहार में तिरहुत प्रमंडल के वैशाली, मुजफ्फरपुर, सीतामढी, शिवहर जिला आs दरभंगा प्रमंडल के समस्तीपुर, मधुबनी के आs नेपाल के कुछ जग्गह मिला के हम 2 करोड़ से ज्यादा लोग के बोली हकियो। पर अभ्भी भी हमरा कोई न चिनsह हौ। हमरा बोले में केत्ता आदमी लजाईछिन। ओहे से येतना लोग के बोली होय ...के बावजूद हमरा बिलुप्त भाषा समझलs जाईछो। हमरे साथे रहे बला हम्मर बहीन मैथली के ओक्कर लोग सs न बोले में लजsखिन आ साथे साथ मैथली भाषा के विकास में अप्पन दम लगा देलखिन जेक्कर फल हई कि आई मैथली भारत के संबीधान के ८वीं अनुसूची में जग्गह बनाबे के साथे साथ अधिकारिक मान्यतो ले लेलखिन लेकिन हम हुंअईते के हुंअईते हकियो.....
हम्मर पहचान हम्मर बहीन मैथली आउर भोजपुरी से होई छई। हिन्दी के लोकभाषा के दर्जा मिलल हौ हमरा।
बिहार में तिरहुत प्रमंडल के वैशाली, मुजफ्फरपुर, सीतामढी, शिवहर जिला आs दरभंगा प्रमंडल के समस्तीपुर, मधुबनी के आs नेपाल के कुछ जग्गह मिला के हम 2 करोड़ से ज्यादा लोग के बोली हकियो। पर अभ्भी भी हमरा कोई न चिनsह हौ। हमरा बोले में केत्ता आदमी लजाईछिन। ओहे से येतना लोग के बोली होय ...के बावजूद हमरा बिलुप्त भाषा समझलs जाईछो। हमरे साथे रहे बला हम्मर बहीन मैथली के ओक्कर लोग सs न बोले में लजsखिन आ साथे साथ मैथली भाषा के विकास में अप्पन दम लगा देलखिन जेक्कर फल हई कि आई मैथली भारत के संबीधान के ८वीं अनुसूची में जग्गह बनाबे के साथे साथ अधिकारिक मान्यतो ले लेलखिन लेकिन हम हुंअईते के हुंअईते हकियो.....
bahut bahut dhanyabad hamara bahut achchha lagalai auro kuchh post karu
ReplyDeletehm sb bajjika bhasi k e bhasa k badhawa debe k partae...internet pr v ekkar sundarta btaabe k partae..
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